चाइना डोर ( बसंत पंचमी पर विशेष)

       बसंत पंचमी का त्यौहार आने वाला है और बच्चों बड़ों में इस त्यौहार को लेकर बहुत उत्साह होता है और दुकान वाले भी इस त्योहार को लेकर पूरे सर गर्म होते है। बसंत पंचमी के दिन लोग बड़े शौक से खासतौर पर बच्चे इस दिन को बड़े खुश होकर आसमान में पतंग उड़ा कर मनाते हैं।

       अक्सर आप लोगों ने अखबारों में या सोशल मीडिया पर चाइना डोर से हो रहे हैं नुकसान के बारे में पढ़ते होंगे और आप लोगों ने कई दुखदाई घटनाएं भी पढ़ी होंगी। इसमें से ज्यादा घटनाएं चाइना डोर से होती हैं।

       आज हम चाइना डोर के बारे में ही बात करेंगे कि चाइना डोर क्या है और इससे होने वाले नुकसान से कैसे बचा जाए। चाइना डोर का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह धागा चाइना से ही बनकर आता है जिसमें से प्लास्टिक या फाइबर मिक्स होती है और यह धागा बहुत मुश्किल से टूटता है उन्होंने इस में जैसे कि बिजली कार्यशील जैसी धातु प्रयोग की होती हैं जो कि आसानी से टूट ना पाए। हमारे बच्चे या बड़े चाइना डोर का इस्तेमाल इसलिए करते हैं कि उनकी पतंग आसानी से कट ना सके। पर हम इसके नुकसान को जानते हुए भी फिर भी चाइना डोर को खरीदते हैं। हम जितनी मार्केट से चाइना डोर खरीदते है उसकी डिमांड उतनी ज्यादा बढ़ती है और उतनी ही ज्यादा वह चाइना से इंपोर्ट हो कर भारत में चाइना डोर पहुंच जाती है।

                 चाइना डोर से हो रहे नुकसान के बारे में पढ़ें

       आपने देखा होगा कि हमारे देश में गली सड़कों पर बिजली की तारे निकलती हैं और हर चौक पर पर पतंग फंसी हुई देखी होंगी। जो बच्चे या बड़े चाइना डोर का इस्तेमाल करते हैं तो जब उनकी की पतंगे किसी 11000 वोल्टेज की तार या बिजली में खंभे में फंसती है तब वह चाइना डोर बिजली के संपर्क में आने से सीधा पतंग उड़ाने वाले के हाथों तक पहुंच बिजली पहुंच जाती है बड़ी दुर्घटना का कारण बनती है।

       आप इन दिनों रास्ते पर चलते हुए यह ध्यान जरूर रखना के किसी की कटी हुई पतंग की डोर रास्ते में ना हो क्योंकि यह भी बहुत बड़ी दुर्घटना का कारण बनता है आपने थोड़ा समय पहले अखबार में पढ़ा भी होगा की मोटरसाइकिल सवार की गर्दन पर चाइना डोर फिर के उसकी मौत हो गई। ऐसी बहुत सी घटनाएं हमारे आसपास होती हैं पर फिर भी हम उसको नजर अंदाज करके मार्केट से चाइना डोर ले आते हैं।

       बहुत सी घटनाएं छोटे बच्चों के साथ वसंत रुत में होती है क्योंकि कई बच्चे बिना बगले के मकान के ऊपर चढ़कर पतंग चढ़ाते हैं जो उनका ध्यान बिल्कुल पतंग में फंसा हुआ होता है और वह नीचे नहीं देखते और नीचे गिर जाते हैं और शहरों में ज्यादातर बच्चे रेलवे लाइन या सड़कों पर पतंग चढ़ाते नजर आते हैं और हादसे का कारण बनता है। ऐसी दुर्घटनाएं भी आजकल बहुत होती है।

       इस आर्टिकल का मकसद यही है कि हम यह सभी घटनाओ को नजर अंदाज ना करें और अपने बच्चों का ध्यान रखें और उनको चाइना डोर से पतंग ना उड़ाने दे अगर पतंग उड़ानी है तो किसी भी registered कंपनी की डोर ही खरीदें और पतंग खुले मैदान में जाकर उड़ाए और जहां कोई बिजली की तारें ना हो और बच्चों के साथ बड़ों का होना बहुत जरूरी हैं।

       मैं दुकानदारों को भी बिनती करूंगा कि आप सही कंपनी की डोर ही बच्चों को दें और चाइना डोर का इस्तेमाल मत करें आप भी बच्चों के सही मार्गदर्शक बन सकते हैं और मैं प्रशासन को भी विनती करता हूं कि वह चाइना डोर पर बिल्कुल पाबंदी लगा दे और चाइना डोर का व्यापार करने वालों के ऊपर लगाम कसें ताकि हमारा समाज किसी भी ऐसी दुर्घटना का शिकार ना हो सके और हमारे बच्चे सुरक्षित रहें।

धन्यवाद।

By Er. Pardeep Babloo

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